मानस

Published by Prem Das Sharma

August 15, 2020

मैं मानस की खोज
करता ही रहा

जो
मुझमें न था
बाहर कैसे मिलता

Recently Published:

जंगल का फूल

पौधे और झाड़ियां तो बगिया की शान हैं,
पर फूलों में ही रहती, बगिया की जान है।

read more

ख़ूबसूरत मोड़

ये भूली बिसरी बातें और यादें उस सफ़र की थी
था मुनफ़रिद मैं राह पर, न चाह मुस्तक़र की थी

read more

نظم

مختصر کہانی جسکےمختلف جہات
کچھ حسین یادیں ،اک حسین واردات

read more

0 Comments

%d bloggers like this: