समर्पण, त्याग
करुणा, स्वतन्त्रता
अनुराग……
ह्र्दय की ये सभी भावनायें
जिस किसी भी व्यक्ति के प्रति
हम समर्पित कर दे,,,,,
यही प्रेम है……
प्रेम करना कर्तव्य है,,,
प्रेम पाना नियति…….
समर्पण, त्याग
करुणा, स्वतन्त्रता
अनुराग……
ह्र्दय की ये सभी भावनायें
जिस किसी भी व्यक्ति के प्रति
हम समर्पित कर दे,,,,,
यही प्रेम है……
प्रेम करना कर्तव्य है,,,
प्रेम पाना नियति…….
पौधे और झाड़ियां तो बगिया की शान हैं,
पर फूलों में ही रहती, बगिया की जान है।
ये भूली बिसरी बातें और यादें उस सफ़र की थी
था मुनफ़रिद मैं राह पर, न चाह मुस्तक़र की थी
مختصر کہانی جسکےمختلف جہات
کچھ حسین یادیں ،اک حسین واردات
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