घर

Published by Himanshu Rai

August 14, 2020

जिन्दगी की डोली
बस, सफर में रहती है

कुछ बेटियां
ब्याह दी जाती हैं, इतनी दूर

बाप का चौखट छूटता है जबसे
‘घर’ नसीब नही होता…

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जंगल का फूल

पौधे और झाड़ियां तो बगिया की शान हैं,
पर फूलों में ही रहती, बगिया की जान है।

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نظم

مختصر کہانی جسکےمختلف جہات
کچھ حسین یادیں ،اک حسین واردات

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