तुम्हारी चुप्पी पढ़ लूंगा मैं
घनघोर अंधेरी रातों में
रख देना तुम हाथ को अपने
धीरे से मेरे हाथों में
बिजली चमके दूर कहीं तो
तुम साहस की साँसे भर लेना,
संग बैठना साथ मेरे
थोड़ा हँसकर बातें कर लेना।
जल्द सवेरा होगा
काले बादल छँट जाएंगे,
नभ में पंछी घूमेंगे
और प्यार का गीत सुनायेंगे।
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