Hindi
जंगल का फूल
पौधे और झाड़ियां तो बगिया की शान हैं,
पर फूलों में ही रहती, बगिया की जान है।
ख़ूबसूरत मोड़
ये भूली बिसरी बातें और यादें उस सफ़र की थी
था मुनफ़रिद मैं राह पर, न चाह मुस्तक़र की थी
نظم
مختصر کہانی جسکےمختلف جہات
کچھ حسین یادیں ،اک حسین واردات
नज़्म
मुख़्तसर कहानी जिसके मुख़्तलिफ़ जिहात
कुछ हसीन यादें, इक हसीन वारदात
दावानल
मृत जीव – जंतु – वृक्ष – पत्ते, झर – झर,
गिर रहे प्राणहीन होकर भू पर, शर – शर।
ग़ज़ल
क्यूँ ये दूरी सही नहीं जाती
ज़िंदगी हम से जी नहीं जाती
नारी
मुझे मेरी उङान ढूँढने दो।
खोई हुई पहचान ढूँढने दो।
राधा के कृष्ण
महाभारत का युद्ध हो चुका
द्वारका नगरी बस चुकी है
वो तस्वीर देखी है?
वो तस्वीर देखी है?
जिसमे किसी समंदर किनारे…
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