Dr. Kumar Vishwas
कवि, लेखक, प्रेरक वक्ता
His Story
जन्म – 10 फ़रवरी, 1970, उत्तरप्रदेश, भारत।
डॉ. कुमार विश्वास को भारतीय युवाओं में हिंदी कविता को लोकप्रिय बनाने का श्रेय दिया जाता है। वह राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों में भी सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। उनके उल्लेखनीय कार्यों में शामिल हैं,
इक पगली लड़की के बिन (1996)
कोई दीवाना कहता है (2007)
होंठों पर गंगा हो (2016)
फ़िर मेरी याद (2019)
Notable Work
कुछ छोटे सपनों की ख़ातिर
कुछ छोटे सपनों की ख़ातिर
बड़ी नींद का सौदा करने
हाथों में तिरंगा हो
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो
होठों पर गंगा हो, हाथों में तिरंगा हो
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
हार गया तन-मन पुकार कर तुम्हें
कितने एकाकी हैं प्यार कर तुम्हें
मेरा जो भी तर्जुबा है, तुम्हे बतला रहा हूँ मैं
कोई लब छु गया था तब, की अब तक गा रहा हूँ मैं
बिछुड़ के तुम से अब कैसे, जिया जाये बिना तडपे
जो मैं खुद ही नहीं समझा, वही समझा रहा हूँ मैं
– Dr. Kumar Vishwas
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